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एसएससी डाटा एंट्री ऑपरेटर (Data Entry Operator) पदों के लिए आवेदन आमंत्रित करता रहता हैं। यदि आप बारहवीं पास हैं और सरकारी नौकरी करना चाहते हैं, तो आपके लिए बेहतर अवसर हैं।
योग्यता और उम्र सीमा (Qualifications and Age Limit)
यदि स्टूडेंट्स किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या संस्थान से किसी भी विषय में बारहवीं पास (12th Pass) हैं, तो वे आवेदन कर सकते हैं। जहां तक उम्र सीमा की बात है, तो एलडीसी और डाटा एंट्री ऑपरेटर पदों के लिए न्यूनतम उम्र 18 और अधिकतम 27 वर्ष निर्धारित है। आरक्षण के दायरे में आने वाले कैंडिडेट को सरकारी नियमानुसार अधिकतम उम्र सीमा में छूट का प्रावधान है।
परीक्षा की रूपरेखा (Pattern of Examination)
ऑब्जेक्टिव टाइप की एक लिखित परीक्षा (Written Examination) होगी। इसमें चार पार्ट होंगे, जिसके अंतर्गत जेनरल इंटेलिजेंस, इंग्लिश लैंग्वेज, न्यूमेरिकल एप्टीट्यूड और जेनरल अवेयरनेस से संबंधित प्रश्न होंगे। कुल दो सौ अंकों की परीक्षा होगी और समय दो घंटे निर्धारित हैं। अभ्यर्थी को इन्हीं दो घंटों के अंदर कुल दो सौ प्रश्नों का उत्तर देना होगा। गलत उत्तर के लिए निगेटिव मार्किग का प्रावधान है। लिखित परीक्षा पास करने के बाद स्किल टेस्ट होगा, जिसमें डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए कम्प्यूटर टेस्ट और एलडीसी के लिए टाइपिंग टेस्ट होंगे। दोनों परीक्षा पास करने के बाद उन्हें इस पद के लिए चुन लिया जाएगा।
पाठ्यक्रम(Syllabus)
जेनरल इंटेलीजेंस के अंतर्गत रिलेशनशिप कॉन्सेप्ट, समानता और अंतर, समस्या का समाधान, मूल्यांकन, निर्णय क्षमता, चित्रों का वर्गीकरण जैसे वर्बल और कोडिंग और डिकोडिंग, वाक्य निष्कर्ष इत्यादि जैसे नॉन-वर्बल तरह के प्रश्न पूछे जाएंगे। जेनरल अवेयरनेस में करेंट इवेंट के साथ भारत तथा इसके पडोसी देशों के खेल, इतिहास, संस्कृति, भूगोल, राजनीति, साइंटिफिक रिसर्च, भारतीय संविधान इत्यादि से संबंधित ज्ञान का परीक्षण किया जाएगा। न्यूमेंरिकल एप्टीट्यूड में समय एवं दूरी, क्षेत्रमिति, नंबर सिस्टम, दशमलव पद्धति, परसेंटेंज, अनुपात एवं समानुपात, औसत, ब्याज, लाभ एवं हानि इत्यादि से प्रश्न पूछे जाएंगे। इंग्लिश लैंग्वेज के अंतर्गत वोकेबलरी, ग्रामर, सेंटेंस स्ट्रक्चर, सिनोनिम्स, एंटोनिम्स और अंग्रेजी में राइटिंग स्किल से संबंधित प्रश्न होंगे।
समय प्रबंधन जरूरी (Time Management)
बैंकिंग सर्विसेज क्रॉनिकल के प्रभात नंदन झा कहते हैं कि ऑब्जेक्टिव टाइप के प्रश्नों में टाइम मैनेजमेंट अहम होता है। यह एक दिन में संभव नहीं है। बेहतर होगा कि निर्धारित समय-सीमा के अंदर प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करें। इससे परीक्षा हॉल में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। इसके लिए सबसे पहले आप उन्हीं प्रश्नों को करें, जिन्हें अच्छी तरह से जानते हैं। अक्सर देखा जाता है कि स्टूडेंट्स किसी कठिन प्रश्न में उलझ कर अपना बहुमूल्य समय जाया कर देते हैं। परिणाम यह होता है कि आगे के प्रश्नों को करने में दबाव बन जाता है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप पहले ही तैयार रहें। इसके अतिरिक्त जेनरल इंटेलिजेंस एवं न्यूमरिकल एप्टीट्यूड में अंग्रेजी और जेनरल अवेयरनेस की अपेक्षा अधिक समय लगता है। इस कारण आप कोशिश करें कि अंग्रेजी और जेनरल अवेयरनेस में कम समय देकर शेष बचे हुए समय का समायोजन अन्य पेपर की तैयारी में कर लें।
रखे नवीनतम जानकारी (Update Information)
प्रभात कहते हैं कि जेनरल अवेयरनेस की तैयारी के लिए रोज एक घंटा दें, तो अच्छे अंक ला सकते हैं। बेहतर होगा कि आप स्तरीय पत्र-पत्रिकाओं की सहायता से राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, आर्थिक, खेल गतिविधियों एवं पुरस्कार, चर्चित व्यक्ति, स्थल, महत्वपूर्ण तिथियों आदि का नियमित अध्ययन करें। इसके अलावा यूनिक गाइड, एनसीईआरटी की पुस्तकों से भारतीय इतिहास, संस्कृति, राज व्यवस्था, भूगोल, अर्थव्यवस्था आदि की जानकारी बढाएं। तर्क शक्ति पर आधारित अभ्यास प्रश्न पत्रों का ज्यादा से ज्यादा हल करने का अभ्यास करें। अभ्यास से प्रश्नों को हल करते समय शॉर्टकट टेक्नीक का पता चलता है, जिससे प्रश्नों को तीव्र गति से हल करने की क्षमता में वृद्धि होगी। रीजनिंग की तैयारी के लिए बाजार में संबंधित पुस्तक भी उपलब्ध हैं। आप इनकी सहायता से बेहतर तैयारी कर सकते हैं। अर्थमेटिक की तैयारी के क्रम में दसवीं स्तर की पुस्तक की सहायता से विभिन्न टाइप के सवालों को समझें। उन्हें तेजी व शुद्धता के साथ हल करने की तकनीक विकसित करें। आमतौर पर मैट्रिक स्तर के अंकगणित के सवाल इसके अंतर्गत पूछे जाते हैं। इसलिए नियमित तौर पर अंकगणित के प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करें।
क्रमवार तैयारी (To The Point Preparations)
इस परीक्षा में अंग्रेजी में विशेष रूप से ग्रामर, कॉम्प्रिहेंशन, वोकैबलरी आदि से प्रश्न पूछे जाते हैं। इस खंड में कुछ प्रश्न कॉमन एरर और क्लोज टेस्ट से पूछे जाते हैं। इसके अलावा समानार्थक (Synonyms), विपरीतार्थक (Antonyms) तथा सेंटेंस अरेंजमेंट आदि से संबंधित प्रश्न रहते हैं। अक्सर स्टूडेंट्स प्रश्नों की प्रकृति देखे बिना अंग्रेजी ग्रामर का विस्तृत अध्ययन करने लगते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि वे टू द प्वाइंट तैयारी नहीं कर पातें। इसमें बेहतर करने के लिए जरूरी है कि आप संपूर्ण ग्रामर न पढकर परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के आधार पर ही तैयारी करें। यह कहना है प्रभात का। नियमित अभ्यास के लिए अंग्रेजी की पत्र-पत्रिकाओं का अध्ययन लाभकारी हो सकता है।
योग्यता परीक्षण (Skill Test)
स्किल टेस्ट क्वालिफाइंग नेचर का होगा। इसमें निर्धारित समय-सीमा के अंदर टाइपिंग स्पीड (Typing Speed) को परखा जाएगा। टाइपिंग स्पीड बढाने के लिए नियमित अभ्यास करें। संभव हो, तो लिखित परीक्षा देने के बाद अधिक से अधिक समय दें। यदि इस तरह की रणनीति अपनाते हैं, तो आप इस परीक्षा में भी बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।
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