- 197 Posts
- 120 Comments
शेयर का सीधा अर्थ होता है हिस्सा। आप कम्पनी के प्रस्ताव के अनुरूप जितने शेयर खरीद लेते हैं आपका उस क म्पनी में उतने का मालिकाना हक हो जाता है, जिसे आप किसी अन्य खरीददार को जब भी चाहें बेच सकते हैं। बाजार में शेयर खरीदने एवं बेचने के लिए कई शेयर ब्रोकर्स होते हैं जो तय पारिश्रमिक लेकर अपने ग्राहकों को यह सेवा देते हैं। इन कंपनियों के शेयरों का मूल्य मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई)में दर्ज होता है। सभी कम्पनियों का मूल्य उनकी लाभदायक क्षमता के अनुसार कम-ज्यादा होता है। इस पूरे बाजार में नियंत्रण भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी)का होता है। इसकी अनुमति के बाद कोई कम्पनी अपना प्रारंभिक निर्गम इश्यू (आईपीओ) जारी कर सकती है। प्रत्येक छमाही या वार्षिक आधार पर कम्पनियां लाभ होने पर अंशधारकों को लाभांश देती हैं। और कम्पनी की गतिविधियों की जानकारी से रूबरू कराती हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एनएसआई की स्थापना सन 1994 में दिल्ली में हुई थी। आज स्टॉक एक्सचेंज लगभग देश के सभी महानगरों में हैं। इसके अलावा ग्रेड बी शहरों में भी शेयर का कारोबार होता है। इसमें दिल्ली, बेंगलुरु, अहमदाबाद, लखनऊ, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, जयपुर सहित तमाम ऐसे एक्सचेंज हैं जहां दिन प्रतिदिन करोडों से लेकर अरबों तक का कारोबार होता है।
सरेआम बुजुर्ग को बेरहमी से पीटा (Videos)
क्यों है क्रेज
शेयर एक ऐसा शब्द है जिससे आबादी का एक बडा हिस्सा परिचित है। एक समय था जब विदेशी मल्टीनेशनल कंपनियां इंडियन इंडस्ट्रियों का अधिग्रहण करती थीं, अब ठीक उसके उल्टा भारतीय कॉरपोरेट कंपनियां विश्व की नामचीन कंपनियों का अधिग्रहण कर रही हैं। मेट्रो शहरों के अलावा बी कैटेगरी के शहरों में भी लोगों की शेयर में इंवेस्ट करने की रुचि बढी है। यही कारण है कि इसमें संबंधित प्रोफेशनल की डिमांड का ग्राफ बढा है।
कैसे हैं रोजगार के अवसर
जनता और सरकारी व निजी कंपनियों से पैसा एकत्रित करने का माध्यम है स्टॉक एक्सचेंज। यह एक ऐसा बाजार है जहां स्टॉक ब्रोकर्स शेयर्स, डिबेंचर्स गवर्नमेंट्स बॉन्ड्स लोगों और संस्थाओं को खरीदते और बेचते हैं। इन सिक्योरिटी का मूल्य डिमांड और सप्लाई के आधार पर मिनट-मिनट में बदलते रहते हैं। स्टॉक एक्सचेंज लगभग देश के सभी महानगरों में हैं। छोटे शहरों में भी सब ब्रोकर शेयरों को खरीदने एवं बेचने का काम करते हैं। यह कारोबार छोटे शहरों में फैलने से बडी संख्या में रोजगार के अवसर बढे हैं।
एजुकेशनल क्वालिफिकेशन
स्नातक के बाद कोई भी स्टॉक मार्केट से संबंधित किसी भी तरह का कोर्स करके स्टॉक ब्रोकिंग फर्म से जुडा जा सकता है। शेयर मार्केट में लोगों की जागरुकता बढने से इस क्षेत्र में प्रोफेशनल की डिमांड में खूब वृद्घि हुई है। बडी कम्पनियां फाइनेंस में स्पेलाइजेशन करने वाले एमबीए डिग्रीधरियों को वरीयता देती हैं। शेयर मार्केट में इकोनॉमिस्ट, अकाउंटस, स्टॉक ब्रोकर्स, फाइनेंशियल स्पेशलिस्ट, कैपिट्ल मार्केट एक्सपर्ट, इंडस्ट्री स्पेशलिस्ट, फाइनेंशियल प्लानर आदि को इस प्रोफेशन में अच्छे पैकेज में हाथोंहाथ नौकरी मिल रही हैं। कुछ वर्षो का अनुभव लेने के बाद कैंडिडेट्स अपना कार्य स्वयं शुरू कर सकते हैं। सब ब्रोकिंग का कार्य बारहवीं पास युवा अनुभव हासिल करने के बाद शुरू कर सकते हैं।
इस रिकॉर्ड के आगे सचिन भी कहीं नहीं टिकते
स्वयं बनिए ब्रोकर
इस फील्ड में जाने के इच्छुक लोगों में स्टॉक एक्सचेंज एवं मनी मार्केट की बारीकियां तथा वित्तीय लेन देन की समझ होना बहुत जरूरी है। सभी एक्सचेंजों के नियमों में भिन्नता है। इसलिए उन सभी के कार्य करने के तरीके अलग-अलग होते हैं। यदि आपके पास कम से कम दो साल का अनुभव है तो इस कार्य को करने में कोई खास परेशानी नहीं आएगी। स्टॉक एक्सचेंज में एक ब्रोकर के रूप में मेंबरशिप लेने के लिए सिक्योरिटी डिपॉजिट के अलावा मेम्बरशिप फीस देनी पडती है। यह फीस समय-समय पर बदलती रहती है। प्रोफेशनल्स चाहे तो स्वयं ब्रोकर का भी काम कर सकते हैं। इसके लिए आप स्टॉक एक्सचेंज या स्टॉक ब्रोकिंग ज्वाइन कर सकते हैं। अनुभव हो जाने पर स्वयं की फाइनेंशियल एजेंसी, सब ब्रोकिग, ब्रोकिंग तथा फर्म भी चला सकते हैं।
जॉब ऑप्शन
शेयर मार्केट से जुडे स्टॉक ब्रोकर्स, मार्केटिंग एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव, सिक्योरिटी एनालिस्ट, सिक्योरिटी रिप्रेजेंटेटिव एवं कैपिटल मार्केट स्पेशलिस्ट आदि तमाम प्रकार के कार्य हैं, जिनकी पैनी निगाह वित्तीय लेखा-जोखा, रिसर्च तथा बाजार से जुडे कई प्रकार के आकलन पर होता है।
क्या है कमाई
कॉमर्स या इकोनॉमिक्स ग्रेजुएट शुरुआती दौर में 12 से 18 हजार रुपये मासिक आसानी से कमा लेते हैं, जबकि पोस्ट ग्रेजुएट कैंडिडेट्स की कमाई 20 से 25 हजार प्रतिमाह हो सकती है। जैसे-जैसे इस फील्ड में अनुभव बढता जाएगा, आय में वृद्घि होती रहेगी।
शेयर बाजार के हॉट जॉब्स
शेयर में यदि कॅरियर बनाने की सोच रहे हैं तो इसमें कुछ ऐसे जॉब्स हैं जहां से आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। प्रमुख जॉब हैं-
स्टॉक ब्रोकर- स्टॉक ब्रोकर्स एवं कैपिटल मार्केट एक्सपर्ट का कार्य शेयरों की खरीद और बिक्री के बारे में सलाह देना होता हैं। वैसे इस तरह का मशविरा ब्रोकिंग कंपनियां भी प्रदान करती हैं। ऐसी कंपनियों में फाइनेंशियल एनालिस्ट, अकाउंटेंट्स, इकोनॉमिस्ट, इंडस्ट्री स्पेशलिस्ट्स सहित कई अन्य प्रोफेशनल्स कार्य करते हैं।
कैपिटल मार्केट स्पेशलिस्ट- इनका कार्य मार्केट में उभरते ट्रेंड पर नजर रखने के साथ शेयर मार्केट में पूंजी निवेश संबंधी सलाह देना है। ऐसे जानकार आमतौर पर म्यूचुअल फंड्स एवं फाइनेंशियल इंवेस्टमेंट कंपनियों में कार्य करते हैं।
सिक्योरिटी एनालिस्ट- सिक्योरिटी एनालिस्ट का कार्य आमतौर पर कॉमर्स ग्रेजुएट या फिर इकोनॉमिस्ट करते हैं। इनका कार्य एडवाइजर के रूप में इंश्योरेंस कम्पनियां, ब्रोकरेज फर्मो एवं चोटी की वित्तीय कंपनियों में मार्के ट की सही जानकारी देना होता है।
मार्केटिंग एंड सेल्स रिप्रेजेंटिव- बॉन्ड्स, इंस्टीट्यूशनल अकाउंट्स खोलने, म्यूचुअल फंड्स आदि की बिक्री के लिए मार्केटिंग एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव को नौकरी पर रखा जाता है। सिक्योरिटी रिप्रेजेंटेटिव- शेयरों को खरीदने एवं बेचने से संबंधित जानकारी देने तथा नए ग्राहकों का खाता खोलने के लिए कंपनियां सिक्योरिटी रिप्रेजेंटेटिव की नियुक्ति करती हैं।
Read
Read Comments