- 197 Posts
- 120 Comments
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई)की बाहरवीं बोर्ड परीक्षा हर स्टूडेंट के लिए इम्पोर्टेट है। इसलिए ऐसी कोई भी त्रुटि से बचना चाहिए जो जिंदगी भर कचोटती रहे। ऐसे में आप चाहें 10वीं में हों या 12वीं में, बोर्ड के इस चक्रव्यूह को तोडने के लिए कमर कस लें , नहीं तो नंबर कम आए तो कई महत्वपूर्ण कम्पटीशन देने से वंचित हो जाएंगे। कहने का आशय है कि थोडी सी लापरवाही सपने पर पानी फेर सकती है। इसलिए एक स्मार्ट स्ट्रेटेजी बनाकर टाइम टेबुल के अनुसार अभी से तैयारी शुरू कर देंगे तो बोर्ड एग्जाम के समय तक सब्जेक्ट पर बढिया पकड बनाकर बेहतर मार्क्स ला सकते हैं। कॅरियर की दृष्टि से या फिर हायर एजुकेशन में, 12वीं के अंक भविष्य की स्ट्रेटेजी तय करते हैं।
Read: धोनी के खिलाफ मुंह खोलोगे तो बाहर जाओगे !
व्हाई इज बोर्ड एग्जाम इम्पोर्टेट
बोर्ड एग्जाम हर स्टूडेंट के जीवन में एक बार ही आता है। यदि यहां सही गलत के चुनाव में चूके तो ख्वाब पंख लगने के पहले ही बिखर सकता है। अब तो 12 वीं बोर्ड की परीक्षा कॅरियर के लिए महत्वपूर्ण हो गयी है। इसमें मिले अंक कॅरियर की दिशा और दशा निर्धारित करते हैं। अधिकांश स्टूडेंट्स बारहवीं के बाद चिकित्सा, इंजीनियरिंग व एनडीए जैसी परीक्षाओं के लिए आवेदन करते हैं। ऐसे में बारहवीं बोर्ड में आपकी परफॉर्मेंस कॅरियर का डिसाइडिंग फैक्टर बन गया है। प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने की इलिजिबिलिटी से लेकर मेरिट तक में 10वीं व12वीं में किया यही प्रदर्शन पूरा असर डालता है। क्योंकि इंटरव्यू हो या फिर आईआईएम, आईआईटी जैसे संस्थान में एडमीशन है। हर जगह बोर्ड परीक्षा के अंकों को वेटेज दिया जाता है। बारहवीं के बाद डिग्री कालेजों, विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए अंकों का पैरामीटर निर्धारित है। इन सब मानकों ने बोर्ड एग्जाम को महत्वपूर्ण बना दिया है।
Read: Career in Share Market : कहा-कहा है कमाई
हाऊ टू प्रिपेयर
सीबीएसई बारहवीं के पेपर मार्च से होना प्रस्तावित है। अभी समय इतना शेष है कि बेहतर तैयारी की जा सकती है। दिसंबर और जनवरी महीने में फार्मूलों को खंगाले और माइनर प्वाइंटर पर फोकस करें। कूल माइंड होकर तैयारी करें। मानसिक दबाव में आकर कतई पढाई न करें। अधिक मार्क्स लाने के लिए अपने कमजोर पहलुओं पर ध्यान दें। गुरुओं से प्रश्न पूछने में कतई संकोच न करें। जब तक प्रश्न के उत्तर से संतुष्ट न हो जाएं, तब तक शिक्षक से समझने का प्रयास करें। टाइम टेबल बनाकर स्वयं संतुष्ट हो लें, शिक्षक को टाइम टेबल का अवलोकन जरूर कराएं और उनके बताने के अनुसार उसे संशोधित करें। दसवीं की अपेक्षा बारहवीं के स्टूडेंट्स के सामने इस समय दूसरी तरह की समस्या होती है। दसवीं के स्टूडेंट्स को जहां न चाहते हुए भी सभी विषयों को पढना होता है, वहीं बारहवीं के स्टूडेंट्स के पास अपनी पसंद के विषयों में बेहतर परफॉरमेस करने का दबाव होता है। इसके अलावा उसे परीक्षा के बाद की तैयारी की भी चिंता रहती है। आदर्श स्थिति यह है कि दिसंबर माह से ही स्टूडेंट्स सिर्फ बोर्ड परीक्षा की तैयारी पर फोकस करें और अपना सर्वश्रेष्ठ दें।
रिवीजन को फरवरी बेस्ट
बोर्ड परीक्षा के लिए फरवरी महीने में समय काफी कम बचेगा, इसलिए उस समय कुछ नया मत पढिए। जो पढ चुके हैं, वही काफी है। बचे हुए समय में जितना ज्यादा रीविजन करेंगे, उतना ही अच्छा स्कोर कर सकेंगे। रीविजन में सभी विषयों को बराबर समय दें। किसी विषय में अगर आप स्ट्रांग हैं, तो उस विषय के समय को कमजोर विषयों के रिवीजन में लगाएंगे, तो आप सभी विषयों में अच्छे मार्क्स लाने में सफल हो सकते हैं। आप सप्ताह में एक दिन किसी एक विषय की परीक्षा समय व वातावरण बनाकर घर में ही दें। इससे परीक्षा का प्रेशर आपके ऊपर से हटेगा और अपनी गलतियों से सबक लेकर परीक्षा हॉल में बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब होंगे।
बॉडी फिटनेस इज हेल्पफुल
स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। बेहतर होगा कि आप परीक्षा तक की इस तरह की दिनचर्या बनाएं, जिससे अच्छी पढाई होने के साथ शारीरिक स्वास्थ्य भी बरकरार रहे और बिना किसी स्ट्रेस के बेहतर प्रदर्शन में कामयाबी मिले। इसके लिए जरूरी है कि अपने टाइम शेड्यूल में फिटनेस के लिए भी समय निकालें। स्वस्थ आहार स्मृति शक्तिबढाने के साथ कुछ नया करने को भी प्रेरित करता है। इसलिए स्टूडेंट्स जितना संभव हो, ऑयली फूड से परहेज करें। कोशिश करें ज्यादा से ज्यादा ताजे फल, सब्जियां व हल्का भोजन लें। परीक्षा के दौरान स्टूडेंट यदि तीन बार की जगह 5 से 6 बार में थोडा-थोडा भोजन करें तो बेहतर होगा।
Read: National Defence Academy: कैसे पाएं भर्ती
क्या करें गार्जियन
गार्जियन बिना किसी दबाव के बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए संकल्प का ध्यान दिलाते रहें। यदि प्लानिंग के तहत स्टूडेंट पढाई कर रहा है तो उस पर और दबाव न डालें। स्टूडेंट को कैल्शियम और प्रोटीन युक्त हल्का आहार दें। पढाई के दौरान हर दो से तीन घंटे में उसे तरल पदार्थ जरूर दें, इससे मानसिक क्षमता बढने के साथ स्टूडेंट ऊर्जावान होता है।
महत्वपूर्ण टिप्स
-प्रतिदिन 30 मिनट का समय फिजिकल एक्टीविटीज पर जरूर दे। ऐसा करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहने के साथ स्मरण क्षमता बढने के साथ कांफिडेंस बढता है।
-कम से कम 6 घंटे नींद अवश्य लें।
-अच्छे अंक लाने के लिए सम्पूर्ण पाठ्यक्रम का अध्ययन सिस्टमेटिक करें।
-निगेटिव सोच न रखें, कूलमाइंड होकर पढाई करें।
-हर चेप्टर के प्वाइंट और उसके भी माइक्रो प्वाइंट पर फोकस करें।
-सोर्सेज आधारित प्रश्नों पर विशेष ध्यान दें।
cbsc, board exam, class 10th board, class 12th board, सीबीएसई बोर्ड.
Read Comments